‘हम गुरुवर के सिद्धांतों को अपने जीवन में उतारें, तभी यह विनयांजलि सार्थक’

पाटन (जबलपुर)। जैन संत आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज की समाधि के उपरांत जबलपुर जिले के पाटन नगर के बाजार वार्ड में जैन समाज के द्वारा विनयांजलि सभा आयोजित की गई, जिसमें चिंतनमति माता जी के सानिध्य में नागरिकों ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए और गुरु आचार्यश्री के प्रति अपने भाव भी व्यक्त किये। कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण से हुई। इसके बाद आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया गया। इस दौरान चिंतनमति माताजी ने कहा कि आचार्यश्री ने चर्या से समझौता नहीं किया, त्याग को लेकर आगे बढ़ते चले गए। उन्होंने सभी को अपना बना लिया। पूरे देश में शिक्षा, स्वास्थ्य और गौ संवर्धन के ऐसे कार्य किये जो इतिहास में दर्ज होंगे। हम गुरुवर के सिद्धांतों को अपने जीवन में उतारें, तभी यह विनयांजलि सार्थक होगी। गुरुवर का उद्देश्य था कि हमें देश को पुन: भारत बनाना है।

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