रिश्तों की गहन शल्य क्रिया है ‘आधे-अधूरे’ नाटक

भोपाल। राजधानी भोपाल में मंगलवार 27 फरवरी को नाट्य उत्सव रंग अविराम 4 का आयोजन स्थानीय शहीद भवन में हुआ, जिसमें शहर के जाने-माने रंगकर्मियों का सम्मान दुष्यंत कुमार सम्मान से सम्मानित कर किया गया। आयोजन में रंगककर्मी कमल जैन, जैकी भावसार, बिशना चौहान, अनूप शर्मा और मुकेश जिग्यासी को सम्मानित किया गया ।

समारोह की शुरुआत नाटक आधे अधूरे से हुई, मोहन राकेश की लिखी इस कालजयी कृति की प्रस्तुति भोपाल की जानी मानी संस्था अविराम जनकल्याण संस्था के कलाकारों ने दी और इसका निर्देशन भोपाल के वरिष्ठ रंगकर्मी सुनील राज ने किया था। नाटक आधे अधूरे रिश्तों की गहन शल्य क्रिया है । सावित्री अपने वैवाहिक रिश्तों से नाखुश औरत है, जो अपने बेहतर जीवन साथी की तलाश में कई पुरुषों के चुनाव करती है, जिस वजह से वह किसी भी रिश्ते में पूर्णता नहीं पाती है। इस चुनाव में अक्सर वह जीवन के चारों कोनों का चक्कर काट लेती है। महेन्द्र नाथ, जगमोहन, शिवजीत, सिंघनिया और जुनेजा उसके जीवन के हिस्सा बनते हैं, पर सावित्री अपने जीवन में संपूर्णता कहीं नहीं पाती है।

नाटक में सावित्री के चरित्र को आरती विश्वकर्मा ने इतनी शिद्दत से जीवंत किया कि दर्शक सावित्री से जुड़ जाते हैं। बेटी बिन्नी के किरदार को ओशीन श्रीवास्तव, बेटे अशोक के चरित्र को विभांशु खरे; छोटी बेटी किन्नी के चरित्र को अन्नू अहिरवार ने पूरी ईमानदारी से जिया। महेन्द्र नाथ, सिंघानिया, जगमोहन और जुनेजा के चरित्र को सुनील राज ने बखूबी निभाया। मंच के पीछे संगीत देकर सार्थक त्रिपाठी ने नाटक की गहराई का अहसास कराया। मुकेश जिग्ग्यासी की प्रकाश परिकल्पना श्रेष्ठ रही।

नाटक पंचलेट की प्रस्तुति आज

28 फरवरी बुधवार को रंग अविराम 4 में नाटक पंचलेट का प्रदर्शन होगा, जिसका निर्देशन अनूप शर्मा ने किया है। यह प्रस्तुति राष्ट्रीय संस्था एआईटीसी की है। इस अवसर पर भोपाल शहर की समाज सेविका रीटा विश्वकर्मा सहित अन्य हस्तियों का सम्मान किया जाएगा।

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