डिंडौरी। मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले के शहपुरा के बड़झर घाट के पास टर्निंग में बुधवार की रात एक तेज रफ्तार पिकअप वाहन पलट जाने से उसमें सवार 14 लोगों की मौत हो गई और 20 लोग घायल हो गए। पिकअप में 35 से अधिक लोग सवार थे। मृतकों में से 10 लोग एक ही गांव के बताए जा रहे हैं। गंभीर रूप से घायल लोगों को जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। हादसा उस वक्त हुआ जब टर्निंग में तेज रफ्तार पिकअप अनियंत्रित होकर खेत के पास करीब 20 फीट गहरे वाहन पलट गया।
चौक समारोह से लौट रहे थे ग्रामीण
पुलिस के मुताबिक डिंडौरी जिले के ग्राम अम्हाई देवरी निवासी जय सिंह मार्को की बेटी का विवाह मंडला जिले के मसूर-घुघरी में हुआ है। उसके यहां संतान होने पर चौक समारोह का कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद बुधवार रात को पिकअप से अपने गांव लौट रहे थे। इसमें करीब 35 से अधिक लोग सवार थे। रास्ते में बड़झर घाट के पास पिकअप अनियंत्रित होकर करीब 20 फीट गहरे गड्ढे में खेत के पास जाकर पलट गया। पुलिस ने पिकअप ड्राइवर करोंदी निवासी अजमेर टेकाम को गिरफ्तार कर लिया है। पिकअप उसकी पत्नी के नाम पर रजिस्टर्ड है। कलेक्टर विकास मिश्रा ने बताया कि वाहन का बीमा और फिटनेस एक्सपायर हो चुका है। पिकअप वाहन माल ढोने के काम आता है। इसमें सवारी ढोने की अनुमति नहीं है। मामले की जांच की जा रही है।
मृतकों के परिजन को 4.70 लाख, घायलों को 1.50 लाख रुपए देने की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिजन और घायलों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा की है। इधर, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए और घायलों को एक-एक लाख रुपए देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद स्पष्ट होगा कि ड्राइवर ने दारू पी थी या नहीं। ये उसका निजी वाहन है, इसमें उसके परिवार के लोगों को बैठाया गया था। उधर, कैबिनेट मंत्री संपतिया उइके शहपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचीं और घायलों से मिलीं। उन्होंने बताया कि मृतकों के परिजन को जिला प्रशासन की ओर से 20-20 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगा। हादसे में मरने वालों की उम्र 16 से 60 साल है। ड्राइवर अजमेर ने हादसे कारण पिकअप का ब्रेक होना बताया है।
अधिकांश लोगों की मौत वाहन में दबने से हुई
अधिकांश लोगों की मौत पिकअप के नीचे दबने और सिर पर चोट लगने की वजह से हुई। सुनसान और गड्ढे में पिकअप पलटने के कारण पुलिस को सूचना मिलने में काफी देरी से मिली। इस वजह से घायलों को समय पर इलाज नहीं मिल सका और 14 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। घायलों को तडक़े करीब 3.30 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शहपुरा लाया जा सका। यहां से उनको जबलपुर मेडिकल कालेज में रेफर कर दिया गया। हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी हताहतों और उनके स्वजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है।