उज्जैन। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को पीएमश्री एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की। इस सेवा के माध्यम से गंभीर मरीजों को हेलिकॉप्टर से एयर लिफ्ट कर कम समय में बड़े अस्पतालों तक पहुंचाया जाएगा, ताकि उन्हें जल्दी और बेहतर इलाज मिल सके।
शनिवार को मुख्यमंत्री यादव ने उज्जैन में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के मंच से वर्चुअली एयर एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की। पहले इस सेवा का नाम मुख्यमंत्री एयर एंबुलेंस तय किया गया था, लेकिन मंच पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इसे पीएमश्री एयर एंबुलेंस सेवा नाम दिया। एयर एंबुलेंस यानी हेलिकॉप्टर में एक फिक्स विंग कन्वर्टेड फ्लाइंग आईसीयू विमान प्रदेश के सभी जिलों के लिए तैनात रहेंगे। इनमें विशेषज्ञ डॉक्टर और पैरामेडिकल टीम होगी। इसका कमांड सेंटर भोपाल में होगा। प्रदेश के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पताल इससे जोड़े गए हैं। उल्लेखनीय है कि भोपाल में सिर्फ एम्स में हेलिपैड है।
कुछ मामलों में निशुल्क रहेगी सेवा
अभी तक एयर एंबुलेंस का उपयोग सिर्फ संपन्न व्यक्ति ही कर पाते हैं। इस सेवा में सरकार सफल हुई तो आम लोगों के लिए भी एयर एम्बुलेंस का उपयोग किया जाएगा। एयर एंबुलेंस सेवा के लिए स्वास्थ्य और विमानन विभाग जल्द स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग सिस्टम (एसओपी) जारी करेगा। अधिकारियों के मुताबिक एक नंबर तय किया जाएगा, इसमें अलग-अलग कैटेगिरी के लिए फीस तय की जाएगी। कुछ मामलों में एयर एंबुलेंस सेवा निशुल्क रहेगी तो कमर्शियल सहित अन्य मामलों में अलग-अलग फीस तय की जाएगी। इसमें जो शुल्क लगता है, उसमें सरकार द्वारा कुछ छूट भी दी जाएगी। इस सेवा के लिए विभिन्न कंपनियों सेे टेंडर के माध्यम से अनुबंध किया जाएगा। बाद में राज्य सरकार एयर एम्बुलेंस की खरीदी कर अपने विमानन बेड़े में शामिल करेगी।
एयर एंबुलेंस सेवा के फायदे
सडक़ दुर्घटनाओं और इंडस्ट्रियल एरिया में होने वाली बड़ी घटनाओं पर गंभीर घायलों को एयरलिफ्ट किया जाएगा, नवजात और गर्भवती महिला की हालत गंभीर होने पर एयर एंबुलेंस सेवा से मदद मिलेगी। आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों के लिए मेडिकल एक्सपट्र्स को अस्पताल तक लाया जाएगा। जरूरत पडऩे पर गंभीर मरीजों को दिल्ली, मुंबई, चेन्नई या हैदराबाद के बड़े अस्पतालों तक भेजा जाएगा।