इंदौर के महू से 270 किमी दूर रायसेन पहुंच गया टाइगर, पढ़ें आखिर वह कैसे पहुंचा

रायसेन से शिवलाल यादव

रायसेन बाईपास के आसपास घूम रहा टाइगर इंदौर के महू के जंगल से आया है । एसएफआरआई टीम ने इसकी पुष्टि की है। रायसेन में घूम रहे टाइगर की तस्वीर का मिलान कर लिया गया है । इस टाइगर के शरीर पर घाव के निशान है । घाव के निशान देखकर उसे पहचाना गया कि यह महू के जंगल का टाइगर है। गुरुवार की शाम शहर के वार्ड क्रमांक 1 नरापुरा श्री कृष्ण गौशाला के समीप फिर यह टाइगर देखा गया है । टाइगर के मूवमेंट की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारियों ने अनाउंसमेंट कराकर लोगों से रात में घरों के दरवाजे बंद रखने और अकेले नहीं निकलने की अपील है ।

दो दिन पहले महू में देखा गया था टाइगर -डीएफओ

रायसेन डीएफओ विजय कुमार ने बताया कि यह टाइगर इंदौर जिले महू के जंगल में भी देखा गया था। वन विभाग के दल ने रायसेन के बाघ और महू वाले टाइगर की फोटो और डाटा का मिलान किया है, जिससे रायसेन में घूम रहा यह टाइगर महू का होने की पुष्टि हुई ।
इस रूट से रायसेन के जंगल पहुंचने की संभावना…..
महू इंदौर से उदयनगर ,कन्नौद, खातेगांव, सीहोर के जंगल से भोपाल होता हुआ लगभग 270 किलोमीटर का सफर तय करके रायसेन पहुंचा है।
बाईपास किनारे जला रहे आग….
रायसेन किला पहाड़ी स्थित भगवान शिव सोमेश्वर मंदिर में रोजाना बड़ी संख्या में मॉर्निंग वॉक पर लोग जाते हैं ।महाशिवरात्रि पर्व पर सोमेश्वर धाम के दर्शन पूजन के लिए भी शिव भक्त पहुंचते है।टाइगर वहां ना आ जाए । इसलिए वन विभाग का अमला हाईवे किनारे रायसेन बाईपास पर जगह-जगह आग जला रहा है और रात में गश्त कर रहा है। मालूम हो इसके पहले भी 28 फरवरी को एक टाइगर शहरी सीमा में आ गया था, तब लोगों ने उसे बहुत ही करीब से देखा था इसके बाद से यह टाइगर शहरी सीमा में घूम रहा है । सीता तलाई की पहाड़ी और तजपुरा की टेकरी पर टाइगर की दहाड सुनी गई। लोगों में दहशत है।

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